टाटा कैपिटल आईपीओ (TATA Capital IPO) 6 अक्टूबर 2025 को बाजार में धमाकेदार एंट्री के साथ लॉन्च हुआ, जिसे पहले ही दिन जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। यह आईपीओ साल का सबसे चर्चित और बड़ा इश्यू बन गया है। नीचे जानें पहले दिन की प्रमुख बातें, सब्सक्रिप्शन डिटेल्स, कंपनी की ताकत, और निवेशकों के लिए अवसर—पूरी तरह से यूनिक और SEO फ्रेंडली कंटेंट में।
टाटा कैपिटल आईपीओ: पहले दिन का बम्पर रिस्पॉन्स
टाटा कैपिटल के 15,512 करोड़ रुपये के आईपीओ को ओपन होते ही निवेशकों ने उत्साहपूर्वक अपनाया। पहले ही दिन यह इश्यू 39% सब्सक्राइब हो गया। यानी कुल 33.34 करोड़ शेयरों के मुकाबले लगभग 13 करोड़ शेयर्स के लिए बोलियां मिल गईं। खास बात यह रही कि QIB (Qualified Institutional Buyers) ने 52%, खुदरा निवेशकों (Retail) ने 35% और गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने 29% हिस्से के लिए आवेदन दिए। वहीं कर्मचारियों का रेस्पॉन्स सबसे मजबूत—1.10 गुना आवेदन मिला।
मुख्य आंकड़े और प्राइस बैंड
- आईपीओ साइज: ₹15,511.87 करोड़
- शेयरों की कुल संख्या: 47.58 करोड़ (21 करोड़ नए शेयर + 26.58 करोड़ OFS)
- प्राइस बैंड: ₹310 – ₹326 प्रति शेयर
- लॉट साइज: 46 शेयर
- मिनिमम इन्वेस्टमेंट: ₹14,260 (निचले प्राइस बैंड के अनुसार)
- आईपीओ ओपन डेट: 6 अक्टूबर 2025
- आईपीओ क्लोज डेट: 8 अक्टूबर 2025
- आवंटन तिथि: 9 अक्टूबर 2025
- लिस्टिंग तिथि: 13 अक्टूबर 2025
- कंपनी वैल्यूएशन: लगभग ₹1.38 लाख करोड़।
टाटा कैपिटल क्या करती है
टाटा कैपिटल, टाटा ग्रुप की वित्तीय सेवाओं वाली प्रमुख कंपनी है, जिसका NBFC सेक्टर में तीसरा सबसे बड़ा योगदान है। कंपनी की 2,33,400 करोड़ रु. की लोन बुक है (जून 2025 तक)। लगभग 87.5% ग्राहक रिटेल और SME से आते हैं, यानी टाटा कैपिटल आम लोगों और छोटे कारोबारों के लिए सबसे भरोसेमंद NBFC है। कंपनी विविध क्षेत्रीय फाइनेंस, कंज्यूमर, SME, व्हेल्थ मैनेजमेंट, निवेश बैंकिंग और ग्रीन फाइनेंस में भी काम कर रही है।
वित्तीय परफॉर्मेंस
मार्च 2025 तिमाही में टाटा कैपिटल का रेवेन्यू 50% बढ़कर ₹7,478 करोड़ पहुंच गया। कंपनी का शुद्ध लाभ (PAT) 31% बढ़कर ₹1,000 करोड़ हो गया। FY23 से FY25 के बीच कंपनी की लोन बुक 37.3% CAGR से बढ़ी है, और ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड बहुत मजबूत है।
आईपीओ के जरिये पैसा कहां खर्च होगा
आईपीओ से जुटाई रकम का बड़ा हिस्सा कंपनी अपने Tier-1 कैपिटल बेस को मजबूत करने और भविष्य की लोन जरूरतों के लिए इस्तेमाल करेगी। इससे Leverage Ratio 5x से नीचे आ सकता है और कंपनी की रिकॉर्ड AAA रेटिंग बनी रहेगी।
निवेशकों के लिए फायदे
- टाटा ब्रांड पर भरोसा: मजबूत पारिवारिक विरासत, ब्रांड क्रेडिबिलिटी और ग्रुप की फिनांशियल मजबूती।
- विविध प्रोडक्ट पोर्टफोलियो: रिटेल, SME, कॉर्पोरेट, वेल्थ मैनेजमेंट; फिजिटल (Digital + Physical) मॉडल से तेज सर्विस।
- फंडामेंटल स्ट्रेंथ: मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ, सुरक्षा और अच्छा रिस्क मैनेजमेंट।
- टिकाऊ वैल्यूएशन: P/E लगभग 34x और P/B 3.5x; NBFC सेक्टर में Bajaj Finance जैसी कंपनियों के समकक्ष वैल्यू मिल रही है।
- AI और डिजिटल इनोवेशन: 1,500 से ज्यादा शाखाएं, डिजिटल और AI बेस्ड लोन अप्रूवल व कस्टमर सॉल्यूशन्स।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) और लिस्टिंग
- अंतिम दर्ज GMP: ₹7.5 – ₹10 प्रति शेयर
- संभावित लिस्टिंग प्राइस: ₹333–₹336 (प्राइस बैंड के टॉप एंड से थोड़ी ऊपर)।
- मिनटों में 6.79 लाख एप्प्लिकेशन्स: पहले ही दिन निवेशकों में भारी जोश दिखाई दिया।
अंतिम विचार
टाटा कैपिटल आईपीओ की सबसे खास बात यह है कि यह भारत के सबसे बड़े NBFC और टाटा ग्रुप की ताकत का प्रतिनिधित्व करता है। यदि दीर्घकालिक ग्रोथ, सुरक्षा, और स्टेबल फाइनेंसियल्स की तलाश है तो यह आईपीओ एक मजबूत विकल्प की तरह उभरता है। हां, निवेश से पहले अपने रिस्क प्रोफाइल को जरूर समझें और अच्छे से रिसर्च करें।
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Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी देने के लिए है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है—निवेश करने से पहले हमेशा अपनी रिसर्च करें या वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।







