Manappuram Finance vs Muthoot Finance : मणप्पुरम फाइनेंस और मुथूट फाइनेंस, ये दो बड़ी गोल्ड लोन कंपनियाँ, पिछले हफ्ते चर्चा में रहीं। इनके शेयरों में 2 फीसदी तक की तेजी आई। इसका बड़ा कारण है विदेशी ब्रोकरेज फर्म CLSA की एक ताजा रिपोर्ट। इसने दोनों कंपनियों के लिए बड़ी-बड़ी बातें कही हैं और शेयरों के टारगेट प्राइस को भी बढ़ा दिया है। सोने की कीमतों में हाल की उछाल और रिजर्व बैंक के नए नियमों ने इन कंपनियों को और मजबूत किया है।
CLSA के टारगेट प्राइस
सीएलएसए ने अपनी रिपोर्ट में मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस को लेकर बड़ा भरोसा दिखाया। मुथूट के शेयर का टारगेट प्राइस पहले 2740 रुपये था, जिसे अब बढ़ाकर 3600 रुपये कर दिया गया। पिछले हफ्ते इसका शेयर करीब 1 फीसदी उछलकर 3,172 रुपये पर बंद हुआ। दूसरी तरफ, मणप्पुरम का टारगेट 260 से बढ़कर 310 रुपये हो गया, और उसका शेयर 1.85 फीसदी चढ़कर 286 रुपये पर रुका। ये दोनों टारगेट अब तक के सबसे ऊँचे हैं। सीएलएसए का कहना है कि सोने की कीमतें हाल में 20 फीसदी बढ़ीं, जिससे इन कंपनियों को बड़ा फायदा होगा।
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कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन
जून में मुथूट का लोन टू वैल्यू रेशियो 62 फीसदी और मणप्पुरम का 57 फीसदी था। ये नार्मल से कम है, यानी ये कंपनियाँ सुरक्षित ढंग से लोन दे रही हैं। रिजर्व बैंक ने छोटे लोन पर लोन टू वैल्यू रेशियो बढ़ाने की इजाजत दी है, जिससे इन कंपनियों की ग्रोथ और बढ़ेगी। सीएलएसए का अनुमान है कि मुथूट की संपत्ति और मुनाफा 2025 से 2027 तक हर साल 37 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगा। मणप्पुरम के लिए भी अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है, हालाँकि 2026-27 में इसके मुनाफे में थोड़ी कमी की आशंका जताई गई है।
Manappuram Finance vs Muthoot Finance: निष्कर्ष
सोने की बढ़ती कीमतों और आरबीआई के नियमों से मणप्पुरम और मुथूट फाइनेंस की राह आसान हो रही है। सीएलएसए की रिपोर्ट ने निवेशकों में जोश भरा है। मुथूट के लिए मुनाफे का अनुमान 10-15 फीसदी बढ़ाया गया, जबकि मणप्पुरम के लिए कुछ सालों में थोड़ी सावधानी बरतने को कहा गया। फिर भी, दोनों कंपनियाँ सोने की चमक का फायदा उठा रही हैं। अगर आप इन शेयरों में निवेश सोच रहे हैं, तो ये समय इन पर नजर रखने का है।
डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के लिए है। शेयर बाजार में निवेश से पहले अपने सलाहकार से बात करें और जोखिम को समझ लें।







