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Suzlon से भी तगड़ा भाग सकता है यह Green Energy शेयर 1 महीने में 41%रिटर्न ?

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Inox Green Energy और Suzlon Energy दोनों ही भारत के ग्रीन एनर्जी सेक्टर में प्रमुख कंपनियां हैं, जो पिछले एक साल में शानदार रिटर्न और जबरदस्त निवेशक आकर्षण के कारण चर्चा में रही हैं। सितंबर 2025 में Inox Green Energy के शेयर ने तेजी दिखाई और मात्र 1 महीने में 41% तथा 6 महीनों में 73% रिटर्न दिया, जबकि Suzlon के शेयर ने भी हाल के महीनों में जोरदार ग्रोथ दिखायी है।

कंपनी परिचय और कार्यक्षेत्र

Inox Green Energy मुख्य रूप से विंड टरबाइन ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस (O&M) सर्विसेज, सोलर प्रोजेक्ट्स और अन्य ग्रीन एनर्जी सॉल्यूशंस में सक्रिय है। कंपनी ने हाल ही में अपने O&M सर्विसेज पोर्टफोलियो में तेजी से विस्तार किया है और 189.1 MW के सोलर प्रोजेक्ट्स के जोड़ के साथ कुल पोर्टफोलियो करीब 5.3 GW हो गया है। Suzlon Energy भारत की पुरानी और अनुभवी रिन्यूएबल कंपनियों में शामिल है, जिसका मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी और ऑर्डर बुक इंडस्ट्री में सबसे मजबूत है। Suzlon का फोकस अब ESG (Environment, Social, Governance) लक्ष्यों की ओर भी बढ़ रहा है और कंपनी 2035 तक स्कोप 1 और 2 में नेट-जीरो टारगेट पर काम कर रही है।

ताजा शेयर प्रदर्शन और रिटर्न

सितंबर 2025 तक Inox Green Energy का शेयर ₹205.80 तक पहुंचा और इसका मार्केट कैप 7542 करोड़ रुपये हो गया। Suzlon Energy के शेयर ने भी 2025 में निवेशकों को बढ़िया रिटर्न दिया है—पिछले तीन साल में शेयर 900% से ज्यादा बढ़ चुका है, वहीं Inox Wind ने इसी अवधि में 760% करीब रिटर्न दिया है।

ताजे वित्तीय परिणाम और ग्रोथ

Inox Green Energy ने जून 2025 क्वार्टर में 22.03 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले साल के मुकाबले 487% की वृद्धि है। पूरे वर्ष की बिक्री 235.5 करोड़ रही और ऑपरेटिंग मार्जिन 22% के आसपास बना है। Suzlon ने मार्च 2025 की तिमाही में 1,181 करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाया, और पूरे वर्ष में इसका प्रॉफिट 2,072 करोड़ रुपये रहा।

निवेशकों की हिस्सेदारी और शेयरहोल्डिंग

Inox Green Energy में सितंबर 2025 तक प्रमोटर की हिस्सेदारी 55.97% है, जबकिSuzlon Energy का प्रमोटर होल्डिंग 11% के आसपास है। रिटेल और म्यूचुअल फंड निवेशकों की हिस्सेदारी भी लगातार बढ़ रही है, जिससे दोनों कंपनियों में निवेशकों का भरोसा मजबूत होता दिख रहा है।

मौजूदा बड़े घटनाक्रम और ताजे अपडेट

सरकार का फोकस 2030 तक 500 GW रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता पर है, ऐसे में विंड और सोलर कंपनियों के लिए डिमांड तेजी से बढ़ रही है। Suzlon की FY25 में इंस्टॉलेशन 2,500 MW रही जबकि Inox Wind की 705 MW के आसपास रही। Suzlon का ऑर्डर बुक 5.6 GW पर पहुंच गया है और Inox Wind का 3.2 GW तक है।

रिस्क और संभावनाएँ

Inox Green Energy और Suzlon दोनों लंबी अवधि के लिए बेहतर माने जा रहे हैं, हालांकि सेक्टर में नीति, इंटरनेशनल मार्केट और कच्चे माल की कीमतों में उतार चढ़ाव जैसी चुनौतियां मौजूद हैं। एनालिस्ट्स का मानना है कि Suzlon की बैलेंस शीट मजबूत है और वैल्यूएशन के लिहाज से Inox Wind की पोजीशन भी आकर्षक है।

निष्कर्ष

Inox Green Energy और Suzlon Energy दोनों ग्रीन एनर्जी स्पेस में मजबूत पोजीशन पर हैं, लेकिन Suzlon का स्केल, ऑर्डर बुक और प्रॉफिटेबिलिटी Inox की तुलना में कुछ कदम आगे है। वहीं, Inox Green Energy का प्रमोटर होल्डिंग, ताजा मुनाफा और ग्रोथ स्ट्रेटेजी इसे उभरता हुआ प्लेयर बनाते हैं। दोनों कंपनियाँ सरकार की पॉलिसी और टेक्नोलॉजी इनोवेशन के साथ आगे बढ़ती रहेंगी, इसलिए लॉन्ग टर्म ग्रोथ की उम्मीद की जा सकती है।

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