निवेशक डॉली खन्ना ने हाल ही में अपने निवेश पोर्टफोलियो में कुछ महत्वपूर्ण फेरबदल किए हैं, जिसमें उन्होंने दो प्रमुख कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाकर बाजार की तेजी को आकर्षित किया है। डॉली खन्ना खासतौर पर मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल, केमिकल और शुगर जैसे उद्योगों में निवेश करना पसंद करती हैं, और उनका यह कदम निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।
कॉफी डे एंटरप्राइजेज में नई हिस्सेदारी
डॉली खन्ना ने कॉफी डे एंटरप्राइजेज में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाते हुए करीब 0.64% नए शेयर खरीदे हैं, जो लगभग 13.5 लाख इकाईयों के बराबर हैं। यह कंपनी कॉफी व्यापार के अलावा लॉजिस्टिक्स, वित्तीय सेवाएं, और वाणिज्यिक स्पेस लीज़िंग सहित कई क्षेत्रों में सक्रिय है। हाल के समय में कंपनी के शेयर में 3.3% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है, और यह फिलहाल ₹44.11 के आसपास कारोबार कर रहा है। हालांकि निवेशकों को अभी तक मुनाफा अपेक्षित स्तर पर नहीं मिला है, लेकिन हाल की तिमाही में कंपनी के बेहतर प्रदर्शन ने उम्मीद जताई है।
तिमाही में कंपनी के नतीजे
जून 2025 की तिमाही में कॉफी डे एंटरप्राइजेज की बिक्री में 3.56% की वृद्धि हुई, जो ₹269 करोड़ से अधिक रह गई। साथ ही, कंपनी ने घाटे से मुनाफे में बदलाव करते हुए ₹28 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में हुए ₹11.45 करोड़ के नुकसान से काफी बेहतर है। इस सुधार ने बाजार में निवेशकों का विश्वास मजबूत किया है।
प्रकाश इंडस्ट्रीज में बढ़ते निवेश
डॉली खन्ना ने दूसरी ओर प्रकाश इंडस्ट्रीज में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। यह कंपनी स्टील, खनन, और पावर सेक्टर में काम करती है। सितंबर 2025 की तिमाही में डॉली ने 12 लाख से ज्यादा शेयर खरीदे, जिससे उनकी हिस्सेदारी 2.27% से बढ़कर 2.94% हो गई। कंपनी का शेयर अभी ₹164.52 के स्तर पर टिका हुआ है और यह निवेश के लिहाज से अच्छी संभावना दिखाता है।
शेयर होल्डिंग में हुआ बदलाव
प्रकाश इंडस्ट्रीज के प्रमोटर्स ने जून 2025 तक अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाकर 44.38% तक पहुंचा दिया है। विदेशी निवेशकों ने भी अपने हिस्से में 0.46% की बढ़ोत्तरी करते हुए 4.28% हिस्सेदारी हासिल की है। यह दिखाता है कि कंपनी के भविष्य को लेकर निवेशकों का बढ़ता हुआ भरोसा है, जिसके चलते डॉली खन्ना ने भी इस कंपनी में अपने निवेश को बढ़ावा दिया है।
निवेशकों के लिए प्रेरणा
डॉली खन्ना की रणनीति से यह सीख मिलती है कि बड़े ब्रांड्स के अलावा मिडकैप और स्मॉलकैप सेक्टर में भी खूबसूरत निवेश के मौके होते हैं। अनुभवी निवेशक इन कंपनियों को पहचानते हैं और अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रखते हैं। छोटे और नए निवेशक इसके जरिए समझदारी से अपनी निवेश योजनाएं बना सकते हैं।
सावधानी: यह जानकारी सिर्फ शिक्षा और जागरूकता के लिए है। कोई भी निवेश निर्णय करते समय विशेषज्ञ से सलाह लेना और खुद शोध करना जरूरत है क्योंकि स्टॉक मार्केट में जोखिम बना रहता है।






